“भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश” अनुकूल चंद्र को परमात्मा घोषित करने वाली याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने किया ख़ारिज, याची पर लगाया 1 लाख का जुर्माना
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- December 5, 2022
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सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को श्री श्री ठाकुर अनुकूल चंद्रा को परमात्मा घोषित करने वाली एक जनहित याचिका को ख़ारिज कर दिया है।
शीर्ष न्यायालय ने याचिका ख़ारिज करते हुए कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है, यहाँ सभी को अपने पसंद के भगवान को मानने की आज़ादी है।
जस्टिस एम आर शाह और जस्टिस सी टी रविकुमार की पीठ ने याचिका को ख़ारिज करते हुए याची पर एक लाख रूपये का जुर्माना भी लगाया है।
अपने आदेश में पीठ ने कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और याची द्वारा श्री श्री ठाकुर अनुकूल चंद्रा को परमात्मा स्वीकार करने की मांग को नहीं माना जा सकता है।
पीठ ने याची से कहा कि अगर आप उन्हें परमात्मा मानना चाहते हैं तो माने लेकिन दूसरे को मानने के लिए बाध्य नहीं कर सकते।
जस्टिस एम आर शाह ने कहा कि “आप मानो कि एक ही गुरु जी हैं ऐसा कभी होता है भैय्या? सबको पूरा अधिकार है इस देश में, जिसको जो धर्म मानना है माने।”
पीठ ने माना कि यह वास्तविक याचिका नहीं है और इसे ख़ारिज करते हुए याची पर एक लाख रूपये का जुर्माना भी लगाया है।