बिलकिस बानो मामला: जस्टिस बेला एम त्रिवेदी ने खुद को सुनवाई से किया अलग
- Hindi
- December 13, 2022
- No Comment
- 1084
जस्टिस बेला एम त्रिवेदी ने गुजरात दंगों की पीड़िता बिलकिस बानो की याचिका की सुनवाई से खुद को अलग कर लिया है।
मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में जैसे ही जस्टिस अजय रस्तोगी और बेला एम त्रिवेदी की पीठ में इस मामले की सुनवाई शुरू हुई, जस्टिस अजय रस्तोगी ने कहा कि जस्टिस बेला एम त्रिवेदी इस मामले की सुनवाई से खुद को अलग करना चाहती हैं।
हालांकि पीठ ने जस्टिस त्रिवेदी के सुनवाई से अलग होने का कोई कारण नहीं बताया है।
जस्टिस रस्तोगी की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि मामले को ऐसी पीठ के समक्ष सूचीबद्ध करें जिसमे हम दोनों में से एक उसका सदस्य न हो।
ग़ौरतलब है कि गुजरात दंगों की पीड़िता बिलकिस बानो ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर दुष्कर्म और हत्या के मामले में 11 दोषियों की समय से पहले रिहाई के आदेश को चुनौती दी है।
इस मामले में बिलकिस बानो ने दो याचिकाएं दायर की हैं।
पहली याचिका में बिलकिस बानो ने शीर्ष न्यायालय से एक दोषी की याचिका पर 13 मई 2022 को दिए गए उस आदेश की समीक्षा की मांग की है जिसमे शीर्ष न्यायालय ने गुजरात सरकार से 9 जुलाई 1992 की एक निति के तहत दोषियों की समय पूर्व रिहाई की अपील पर विचार करने को कहा था।
दूसरी याचिका में बिलकिस ने गुजरात सरकार के उस आदेश को चुनौती दी है जिसके तहत दोषियों की रिहा किया गया है।
इस दूसरी याचिका पर ही आज सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस अजय रस्तोगी और जस्टिस बेला एम त्रिवेदी की पीठ को सुनवाई करनी थी लेकिन जस्टिस त्रिवेदी ने खुद को मामले की सुनवाई से अलग कर लिया।
बिलकिस बानो ने याचिका दायर कर गुजरात सरकार पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा रिहाई से संबंधित निर्धारित क़ानूनों की अनदेखी का आरोप लगाया है।